खास बातें
- ईस्टर के मौके पर सिलसिलेवार आठ बम धमाके हुए
- 158 से ज्यादा लोगों की मौत और 300 से ज्यादा घायल हैं
- सुषमा स्वराज ने कहा- हम परिस्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बम धमाकों को बर्बरतापूर्ण करार दिया है
- भारतीय नागरिकों के लिए विदेश मंत्रालय ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में सिलसिलेवार आत्मघाती बम धमाके हुए जिससे कि पड़ोसी देश दहल गया है। सुबह 8.45 पर तीन चर्च और तीन फाइव स्टार होटलों में बम धमाके हुए। वहीं दोपहर को दो और धमाके हुए। रक्षा मंत्रालय ने देश में कर्फ्यू लागू कर दिया है और एहतियातन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। धमाकों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सीरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से फोन पर बात की है।
सुरक्षा के मद्देनदर श्रीलंका में 22 और 23 अप्रैल को अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, रात की सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबकि हमलों में मृतकों की संख्या बढ़कर 207 पहुंच गई है और 450 लोग घायल हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि संख्या में अभी बढ़ोत्तरी हो सकती है। मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन बम धमाकों को लेकर कहा कि इस बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने श्रीलंका में मौजूद भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
बताया जा रहा है कि धमाके श्रीलंका समयानुसार सुबह 8.45 पर हुए। एक विस्फोट राजधानी कोलंबो के कोचचिकड़े में स्थित सेंट एंथोनी चर्च में हुआ। दूसरा धमाका नेगोंबो के कटुवापिटीया चर्च में और तीसरा धमाका बट्टीकलाओ चर्च में हुआ है। इसके अलावा राजधानी कोलंबो के पांच सितारा होटल शंगरी-ला होटल, सिनेमन ग्रांड और किंग्सबरी में भी धमाके हुए हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार मरने वालों की संख्या 158 हो गई है। वहीं 35 विदेशी नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। कोलंबो नेशनल अस्पताल के अधिकारी ने कहा, 'घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की संख्या बढ़ने की संभावना है।'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बम धमाकों के बाद ट्विटर पर लिखा, 'मैं कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायुक्त के साथ लगातार संपर्क में हूं। हम परिस्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।' श्रीलंका स्थित भारतीय दूतावास ने श्रीलंका में रहने वाले भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर +94777903082 +94112422788 +94112422789 जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं श्रीलंका में हुए भयानक विस्फोटों की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे क्षेत्र में इस तरह के बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा हुआ है। शोक में डूबे हुए परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।'
ईस्टर पर चर्च ईसाई समुदाय के लोगों को इन धमाकों में निशाना बनाया गया है। अभी तक श्रीलंका सरकार ने इसे लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार कोलंबो में सेना के 200 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है और प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुलाई है। एएफपी के अनुसार श्रीलंका पुलिस के प्रमुख ने रविवार को हुए धमाकों से पहले संभावित हमलों को लेकर जानकारी दी थी।
सुरक्षा के मद्देनदर श्रीलंका में 22 और 23 अप्रैल को अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, रात की सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबकि हमलों में मृतकों की संख्या बढ़कर 207 पहुंच गई है और 450 लोग घायल हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि संख्या में अभी बढ़ोत्तरी हो सकती है। मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन बम धमाकों को लेकर कहा कि इस बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है। वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने श्रीलंका में मौजूद भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
बताया जा रहा है कि धमाके श्रीलंका समयानुसार सुबह 8.45 पर हुए। एक विस्फोट राजधानी कोलंबो के कोचचिकड़े में स्थित सेंट एंथोनी चर्च में हुआ। दूसरा धमाका नेगोंबो के कटुवापिटीया चर्च में और तीसरा धमाका बट्टीकलाओ चर्च में हुआ है। इसके अलावा राजधानी कोलंबो के पांच सितारा होटल शंगरी-ला होटल, सिनेमन ग्रांड और किंग्सबरी में भी धमाके हुए हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार मरने वालों की संख्या 158 हो गई है। वहीं 35 विदेशी नागरिकों के भी मारे जाने की खबर है। कोलंबो नेशनल अस्पताल के अधिकारी ने कहा, 'घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की संख्या बढ़ने की संभावना है।'
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बम धमाकों के बाद ट्विटर पर लिखा, 'मैं कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायुक्त के साथ लगातार संपर्क में हूं। हम परिस्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।' श्रीलंका स्थित भारतीय दूतावास ने श्रीलंका में रहने वाले भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर +94777903082 +94112422788 +94112422789 जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'मैं श्रीलंका में हुए भयानक विस्फोटों की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे क्षेत्र में इस तरह के बर्बरतापूर्ण कृत्य के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा हुआ है। शोक में डूबे हुए परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।'
ईस्टर पर चर्च ईसाई समुदाय के लोगों को इन धमाकों में निशाना बनाया गया है। अभी तक श्रीलंका सरकार ने इसे लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। जानकारी के अनुसार कोलंबो में सेना के 200 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है और प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुलाई है। एएफपी के अनुसार श्रीलंका पुलिस के प्रमुख ने रविवार को हुए धमाकों से पहले संभावित हमलों को लेकर जानकारी दी थी।