दिल्ली के सदर बाजार इलाके से एक ऐसी घटना सामने आई है जो उन मामलों का बड़ा उदाहरण है जिनकी वजह से महिलाओं द्वारा की जाने वाली छेड़छाड़ या दुष्कर्म की शिकायत को शक की नजर से देखा जाता है। दरअसल सदर बाजार से मामला सामने आया है कि एक महिला ने अपने पति के भतीजे पर दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज करा दिया था।
बाद में जब पुलिस ने मामले की जांच की तो सच्चाई सामने आने पर जांचकर्ताओं ने महिला के खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल अगस्त में सदर बाजार थाने में एक 28 साल की महिला ने अपने पति के भतीजे पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी भी कर ली। वह कुछ समय जेल में रहा फिर जमानत पर रिहा हो गया। अब उसी मामले में जांच के दौरान सामने आया है कि महिला का आरोपी युवक से काफी समय से संबंध था। वह अपने पति के भतीजे से शादी करना चाहती थी। लेकिन इसी बीच युवक की शादी कहीं और तय हो गई।
बाद में जब पुलिस ने मामले की जांच की तो सच्चाई सामने आने पर जांचकर्ताओं ने महिला के खिलाफ ही केस दर्ज कर दिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल अगस्त में सदर बाजार थाने में एक 28 साल की महिला ने अपने पति के भतीजे पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी भी कर ली। वह कुछ समय जेल में रहा फिर जमानत पर रिहा हो गया। अब उसी मामले में जांच के दौरान सामने आया है कि महिला का आरोपी युवक से काफी समय से संबंध था। वह अपने पति के भतीजे से शादी करना चाहती थी। लेकिन इसी बीच युवक की शादी कहीं और तय हो गई।
युवक की शादी तय होने से वह बौखला गई और उस पर दुष्कर्म का आरोप लगा दिया जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तब महिला ने स्टांप पेपर पर युवक से शादी का समझौता किया जिसके बाद वह जमानत पर रिहा हो सका।
युवक के जेल से बाहर आने के बाद महिला ने अपने पति से तलाक ले लिया और युवक के साथ लिव-इन में रहने लगी। पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली तो 1 अप्रैल को महिला पर झूठा केस करने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया।
युवक के जेल से बाहर आने के बाद महिला ने अपने पति से तलाक ले लिया और युवक के साथ लिव-इन में रहने लगी। पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली तो 1 अप्रैल को महिला पर झूठा केस करने के लिए मुकदमा दर्ज कर लिया।