14 दर्दनाक मौतों से दहला जनपद गावों में मचा कोहराम सरकारी भ्रष्टाचार की बह रही गंगा में फिर बुझे कई घरों के चिराग मिलीभगत वाला मास्टर माइण्ड फिर बचा सुरक्षित आबकारी डीओ सहित आबकारी विभाग के एक दर्जन निलंबित जरायमपेशाओं को ठेका देने के मामले में सीओ एसओ रामनगर भी डीजीपी के आदेश पर हुए निलंबित आपराधिक लोगों को बांटे गए शराब के लाइसेंस जिसके चलते हुआ हादसा मृतकों के परिवार को पुलिस व संचालकों की लगातार मिल रही धमकी से हडकंप

नकली दारू को असली बनाने के खेल में चिपकाई जाने वाला विभागीय टैग की पूरी बरामद रील


बाराबंकी। अभी देवा में जहरीली शराब पीने से हुई एक दर्जन से ज्यादा मौतों को हुए ज्यादा दिन नहीं हुआ कि भ्रष्टाचार में डूबी व्यवस्था की लालच ने कई परिवारीजनों की खुशिओं को मातम में बदल दिया तो कईयों के घरों के चिराग बुझ गए। रामनगर थाना क्षेत्र कें रानीगंज बाजार क्षेत्र में जहरीली शराब विभिन्न तीन चार देशी शराब ठेकों से प्राप्त जानकारी अनुसार लोगों को बेची गई। जिसकी शराब पीकर कई लोगों की हालत खराब हो गई। एक मौत के साथ कईयों के गंभीर होने की खबर सामने आने के बाद शासन प्रशासन में मचे हडकम्प के बाद भ्रष्टाचार की बहती गंगा में तरावट काटकर गहरी नींद सो रहे लोगों की नींद अंततः टूटी तो डीएम उदय भानु त्रिपाठी और पुलिस कप्तान अजय साहनी सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुचे। जिन्होंने दल बल के साथ सी एच सी सूरतगंज रानीगंज रामनगर का दौरा कर आनन फानन में प्रभावित लोगो को समुचित इलाज के लिये सीएचसी तो ज्यादा गंभीर हालत देख करीब चार दर्जन से अधिक लोगों को वहा से जिला चिकित्सालय रेफर किया गया जिसमें से 39 लोगों को लखनऊ विभिन्न चिकित्सालयो में रेफर किया गया है।


लेकिन मानवता व वर्दी को शर्मसार करने वाली बात तब सामने आई जब जिला मुख्यालय पर मृतक के परिवारीजनों से वर्दीधारियों द्वारा ही अमानवीय हरकत की खबर सामने आई जिसमें एक तरफ तो अपराधिक प्रवृति वालों को शराब के ठेके का लाइसेंस विभागीय मिलीभगत व भ्रष्टाचार की बहती गंगा में तमाम मानकों को दरकिनार किए जाने के कारण आसानी से सुलभ हो गया। जिसके कारण जहरीली शराब काण्ड से जहां कईयों के घर के चिराग बुझ गए तो दर्जनों की संख्या में लोग लखनऊ ट्रामा सेंटर में जीवन मौत की जंग में जूझ रहे हैं।


वहीं वर्दीधारी व जरायम प्रवृति के ठेकेदार लोगों जान से मारने की धमकी देते धूम रहे हैं। वैसे तो मामले में सीएम योगी स्वय मामले की गंभीरता को देखते हुए मानिटरिंग कर रहे हैं जिसके चलते जिला आबकारी अधिकारी एसएन दूबे व सीओ पवन गौतम जैसे धुरंधर भी इस बार बेनकाब हो निलंबित हो गए। लेकिन अगर इसी तरह लोगों को धमकी देकर मामले का दबाने का प्रयास निरंतर रहा तो पूर्व वाला हाल ही इस बार भी मुख्य आरोपियों तक सजा की आंच पहुंच पाएगी यह कहना मुश्किल हैं। वैसे मामले में एक आरोपी शराब ठेका अनुज्ञापी सुनील जायसवाल को तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन जहरीली शराब में मुख्य आरोपियों ग्रामीणों के बताए अनुसार राहुल जायसवाल(रानीगंज), मोनू शमा(अमराईगांव)र्, रिंकू यादव(रानीगंज) आदि के खिलाफ कार्यवाही क्यूं नहीं मुकम्मल हुई इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई हैं।


रामनगर संवाददाता अनुसार थाना क्षेत्र के रानीगंज कस्बे मे एक देशी दारु की दुकान से जहरीली शराब पीकर एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई। बडी संख्या मे पीडित लोगो का इलाज चल रहा है, जिनमें से करीब चार दर्जन लोगों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जिला चिकित्सालय से लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। वहीं दारु पीकर हुई मौतों की खबर से प्रशासन में हड़कंप मच गया। सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जिला आबकारी अधिकारी सीओ कोतवाल रामनगर सहित समबंधित अधिकारियो को सस्पेंड कर दिया। रानीगंज मे देसी शराब के ठेके पर से शराब पीने वाले एक ही परिवार के 4 लोगों सहित एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई। जिसमें रानीगंज के रमेश पुत्र छोटेलाल 35 वर्ष मुकेश पुत्र छोटेलाल सोनू पुत्र छोटेलाल छोटेलाल पत्र घूरू की मौत हो गई वहीं इसी गांव के शिव कुमार पुत्र श्री राम का इलाज चल रहा है वही राजेंद्र वर्मा पुत्र राजमोहन उम्र 40 वर्ष शिवकुमार राजेश कुमार गौतम 35 वर्ष निवासी भिंड महेश कुमार सिंह पुत्र कप्तान सिंह निवासी तेलवारी राजेश कश्यप पुत्र शालिग्राम कश्यप निवासी अकोहरा वह इसी गांव की कल्लू गौतम पुत्र की हालत गंभीर है मुन्ना पुत्र श्री रानीगंज समय लगभग एक दर्जन लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई वहीं 1 दर्जन से अधिक लोगों का इलाज सीएचसी एवं जिला अस्पताल में हो रहा है इनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।


जब कोई घटना हो जाती है तो जिला प्रशासन आनन-फानन में मामले को संज्ञान लेकर कुछ समय के लिए कार्रवाई कर देता है।इसके बाद कमाऊ पूतो को लोगो के जीवन से खिलवाड करने की छूट अवैद्म आय के लिये दी जाती है।