बाराबंकी। समय आ गया है किशोरियों में उम्र के हिसाब से शरीर मे आने वाले बदलाव व असुरक्षित परिवेश,रास्ते मे आते-जाते दुर्व्यवहार, छेड़छाड़ के मामले जो प्रायः पढ़ाई जारी रखने का जो रास्ता रोकती हैं। उसके लिए आत्मरक्षा की तकनीक सीखकर ही सशस्क्त बना जा सकता है। यह लखपेड़ाबाग आनंद विहार कान्वेंट स्कूल में किशोरियों के बीच आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए जागो-री-जागो के संस्थापक चन्द्र प्रकाश ने कहा।
इसके अतिरिक्त आज ही आत्मरक्षा प्रशिक्षण की कार्यशाला ग्राम मंजीठा स्थित जागो-री-जागो आओ बनाये शिक्षित व संस्कारित बेटियां कार्यक्रम से जुड़ी केंद्र की बेटियो, बड़ेल स्थित कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में भी संचलित की गई। रेड ब्रिगेड लखनऊ की संस्थापिका ऊषा विश्वकर्मा ने बताया कि जागो-री-जागो बाराबंकी एवं रेड ब्रिगेड़ लखनऊ ने मिलकर सुरक्षित किशोरियां-सुरक्षित बाराबंकी की शुरूआत की है। सर्व सम्मति से सहजराम वर्मा, प्रधानाध्यापक, बड़ेल एवं शैलेन्द्र सिंह, प्रधानाध्यापक लखपेड़ाबाग ने विश्वास जताया कि इस प्रकार का प्रशिक्षण किशोरियों-महिलाओ को दिया जाना इनकी आत्मरक्षा के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से हिंसा मुक्त मजबूत माहौल बनाने में कारगर कदम सिद्ध होगा। कार्यशाला में रेड ब्रिगेड की पूजा, दीपक विश्वकर्मा, आफरीन खान एवं संबंधित स्कूल स्टाफ का प्रभावी सहयोग रहा।