प्रयागराज-दरगाह हज़त अब्बास में अन्जुमन खुद्दामे पंजतन की ओर से आयोजित जश्ने शब्बर मे बाहरी शायरों ने मचाई धूम,आकर्षक ढ़ंग से सजी दरगाह मे हज़रत इमाम हसन की यौमे पैदाईश पर देर रात तक शायरों ने पेश किया नज़राना-ए-अक़िदत,नजीब इलाहाबादी के संचालन में गुलज़ार रही महफिल।
अन्जुमन खुद्दामे पंजतन की ओर से हज़रत इमाम हसन की यौमे पैदाईश के मौक़े पर दरियाबाद स्थित दरगाह हज़रत अब्बास में जश्ने शब्बर की महफिल सजाई गई जिसमे मुल्क के मानिन्द शायरों ने अपने बेहतरीन कलाम से खुब वाह वाही बटोरी।नजीब इलाहाबादी के संचालन और बाक़र नक़वी की सदारत मे हुए जश्ने शब्बर में डॉ रिज़वान हैदर रिज़वी ने अपनी तक़रीर में इमाम हसन की फज़ीलत बयान की।फूलों और आकर्षक झालरों और क़ुमक़ुमों से सजे स्टेज पर शायरों ने अपने अपने कलाम पेश करने शुरु किये तो तो हर ओर से नारे रिसालत और नारे हैदरी की गूंज से दरगाह परिसर गुलज़ार हो गया और शायर भी अपने पुरे सूरुर मे आ गए।शायरों के अशआर पर लोगों ने जम कर दाद दी। मक़ामी शायर ज़मीर भोपतपुरी ने नबी की शान में कलाम पेश कर उन्की फज़ीलत का इज़हार किया।
शायर अली शब्बर नौगानवी ने तरन्नुम मे अश आर पेश करते हुए वाह वाही बटोरी पढ़ा :- *नोके क़लम से काम लिया ज़ुल्फेक़ार का*।
*दस्ते हसन में दस्ते अली की शेफाई है*।।
*फैशन के नाम पर जो खुले सर हैं बेटियाँ*।
*इसलाम की निगाह में यह बे हयाई है*।।
शायर इरम बनारसी ने पढ़ा:-
*दलील देती है यह इमामत की*।
*बने इमाम शहे मशराक़ैन से पहले*।।
इसके साथ शायर ताज कानपुरी,मायल चन्दौलवी,रौशन बनारसी,मुनीर बनारसी,रज़ी बिसवानी,असग़र मेंहदी मिठ्ठूपुरी,ज़फर नसीराबादी,आज़म सुलतानपुरी,नातिक़ ग़ाज़िपुरी,वहदत जौनपुरी,पैग़ाम शीराज़ी,अम्बर तुराबी,शौज़ब जलालपुरी,जिना ज़फराबादी सहित मुक़ामी शायर नायाब बलयावी,क़मर दरियाबादी,ज़िशान आब्दी, तुफान दरियाबादी,आमिरुर रिज़वी,असग़र दरियाबादी,अनवार अब्बास आदि ने अपने कलाम से महफिल की रौनक़ बढ़ाई।महफिल में वक़ार रिज़वी (राजन) की ओर से शरबत व आईस्क्रीम का स्टाल लगाकर जश्ने शब्बर मे आए मेहमानो को तक़सीम किया गया।इस मौक़े पर सद्र शादाब ज़मन, शफक़त अब्बास पाशा,खुद्दामे पंजतन के मीडिया डायरेक्टर सै०मो०अस्करी,गौहर काज़मी,इसरार नियाज़ी,वज़ीर खान,सफदर अब्बास,पार्षद एहतेशामy रिज़वी,डॉ मुन्तज़ीर रिज़वी,महमूदy ज़ैदी,अब्बास नक़वी,औन ज़ैदी,आफताब हैदर,महताबy हुसैनी,जावेद नक़वी आदि मौजूद रहे।