आत्मदाह की चेतावनी देने वाले पत्रकार से मिले भाकियू नेता

बाराबंकी। सिरौलीबदोसराय के पत्रकार अनिल कनौजिया के शिक्षा तंत्र के गुरूघंटालों के खिलाफ मुहिम पर बौखलाएं बाहुबली शिक्षकों व पुलिस की मिलीभगत कर जहां बाहुबली गुरूघंटालों ने पत्रकार को दौड़ा दौड़ा कर पीटते हुए उसको जातिसूचित गालियों से भी बुरी तरह बेईज्जत किया वहीं पुलिस के आला अधिकारी, जो वर्तमान में जरायमपेशा जहरीली शराब काण्ड में अपराधियों से मिलीभगत में निलंबित भी हैं, के वर्दी का दुर्पयोग करते हुए न सिर्फ पत्रकार के द्वारा अपने शिकायती पत्र में दिए गए गवाहों व साक्ष्यो को पीड़ित पत्रकार के बताए अनुसार गायब कर दिया बल्कि फर्जी केस में फंसा कर उसपर गंभीर धाराएं लगाते हुए गुण्डाएक्ट तक तामील करने का प्रयास कर डाला। जिसकी जांच तक में साक्ष्यों को दरकिनार किया गया, शपथपत्र देकर गावाही देने वालों के शपथपत्र तक गायब कर दिए गए वो भी तब जब सारी जानकारियों पत्रकार ने स्वयं तत्कालीन एसपी से मिलकर उन्हें बताईं थी। अब भ्रष्टाचार में बुरी तरह जकड़े पुलिस प्रशासन के चलते पीड़ित पत्रकार को न्याय नहीं मिल पा रहा है जिसके कारण उसके सामने जान देने के सिवाय और कोई विकल्प सत्य की रक्षा के लिए शेष नहंी बचा है। जिसकी घोषण सुनकर द्रवित किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने पीड़ित पत्रकार से भेंटकर उसकी लड़ाई में पूर्ण सहयोग करने की बात बताई है।