चौकी पर नहीं हुई सुनवाई एस पी से गुहार लगाई

बाराबंकी । चौकी पर नहीं हुई सुनवाई एस पी से  गुहार लगाई । पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को दिए गये पत्र में लिखा है की  शन्नो पत्नी लियाकत हलवाई (मुस्लिम) निवासी गंगवाई बम्हनान थाना असंद्रा जनपद बाराबंकी की स्थाई निवासिनी है दिनाक-20 -06 -2019 को शाम करीब 8 बजे मेरी माँ (सास) खैरुल रास्ते से नल से पानी भरने जा रही थी कि रास्ते में पड़ा ईटा  पैर में लग गया उसे उठा मेरी माँ ने अलग रख दिया इसी बात को लेकर मेरे पडोसी जगजीवन यादव पुत्र स्व राम दुलारे यादव व जगजीवन कि पत्नी व राम कुमारी पुत्री जगजीवन यादव व शिव पूजन पुत्र जगजीवन यादवनिवासी पता उपरोक्त चारो लाठी डंडा लेकर आ गये और मुझे जाबेजा गालिया देते हुए मारने लगे मेरी चीख पुकार सुनकर मोहल्ले के कई लोग दौड़कर आ गये तब विपक्षी जन जान से मार डालने कि धमकी देते हुए भाग गये तब मेरी बड़ी लड़की उम्र करीब 12 वर्ष मेंथा कि पेराई कर रहे मेरे पति से जाकर बताया मेरे पति रात में ही सिद्धौर चौकी ले गये फिर मै दूसरे दिन दिनाक 21 -06 - 2019 को चौकी पर गई कोई सुनवाई नहीं हुई । दिनाक 22 -06 -2019 को चौकी प्रभारी  ने मुझे फ़ोन करके बताया कि आप थाना असंद्रा जाये यह मुकदमा थाना प्रभारी देखेंगे मै दोपहर में ही उसी दिन थाना गई थी वहां पर मै रोती हुई अपनी चोटे दिखाई मुझ से कहा कि शाम को आना मै वहां से घर के लिए वापस सिद्धौर तक ही पहुंची थी तभी चौकी से फ़ोन आया कि आप चौकी पर आ जाय मैंने विपक्षी जगजीवन  को चौकी पर बिठा रखा है जब मै वहां गई तो चौकी प्रभारी ने उल्टे मेरे ऊपर ही मुकदमा लिखने की धमकी दी और कहा सुला कर लो अभी तक न मेरा मुकदमा लिखा गया है न मेरी डाक्टरी कराई गई है ।