खबर का असर हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग

रामसनेहीघाट बाराबंकी। स्थानीय सीएससी बनीकोडर में जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं का समाचार छपते ही हरकत में आया स्वाथ्य विभाग तो वही निष्पक्ष समाचार का संकलन करने वाले पत्रकार को धमकी देने का सिलसिला जारी हो गया  अब देखना यह है कि जहां स्वास्थ विभाग में सरकार करोड़ो रुपए गरीब असहाय को दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए खर्च कर रही है तो वही डॉक्टरों द्वारा बाहर की दवा लिखने का क्रम लगातार जारी है, मरीज व उसके परिजन से डॉक्टरों द्वारा यह भी नहीं पूछा जाता कि दवा खरीदने के लिए पैसा है या नहीं बाहर की दवाइयों का परचा  लिखने में कोई हिचक चिकित्सकों द्वारा नहीं की जाती है जबकि समस्त बीमारियों की दवाइयां विभाग द्वारा मुहैया कराई जा रही है फिर भी मरीजों को बाहर की दवाइयां लिख कर बाहर की दवाइयां खाने के लिए डॉक्टरों द्वारा मजबूर किया जाता है मानकों में सुधार दिन प्नतिदिन जारी हो गया है बहुत सी कमियां जनसंदेश द्वारा उजागर करने पर व्यवस्थित कर ली गई है ताकि उच्चस्तरीय जांच में पूरी तरह अस्पताल मानक के अनुरूप दिखाए जाने का प्रयास जारी हो गया है क्षेत्रीय जनता जनार्दन जो इस अस्पताल की व्यवस्था से पूरी तरह असंतुष्ट है जहां पर उन्हें बगैर सुविधा शुल्क नहीं मुहैया कराई जा रही है जो सरकारें जनता जनार्दन को देने के लिए स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सक व कर्मचारियों की नियुक्ति करके उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है।
 मानक के अनुरूप यह कार्य आज भी उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नहीं किया जाता है जबकि सरकार लगातार प्रयास करती रही क्षेत्रीय जनता जनार्दन को संबंधित स्वास्थ्य केंद्रों में वह समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं परंतु दुर्भाग्य है इन कर्मचारियों द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया जाता है।