समाज व देश की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नही:उदयभान

प्रयागराज,समाज में विभिन्न वर्गों के लोगों का रहन-सहन है।कोई गरीब है तो कोई अमीर।मिलजुल कर रहने की परंपरा व भारतीय संस्कृति का पालन करना हम सभी का कर्तव्य है।समाज की सेवा करने का कोई निश्चित मानक नही है।न कोई संगठन और न ही किसी राजनीति से सम्बद्ध रखने वाले उदयभान मौर्य ने अपने जन्मदिन पर गरीब महिलाओं को संगम तट विराजमान लेटे हनुमान जी के परिसर में साड़ी वितरणक किया।श्री मौर्य ने कहा कि समाज व देश की सेवा से बढ़ कर कोई सेवाधर्म नही,हम सब को मिलकर ऐसा पुनीत कार्य करना चाहिए।जिससे समाज के सभी वर्ग एक दूसरे के साथ ऊँच-नीच का भेदभाव भूल कर मिलजुल कर रहें। सेवा करने का कोई समय और मानक नही होता।इस अवसर पर नवीन सिंह,अभिषेक,अनिरुद्ध, चंद्रकांत आदि लोग शामिल रहे।