राज्य महिला आयोग लखनऊ उत्तर प्रदेश सदस्य कुमुद श्रीवास्तव ने राजकीय गेस्ट हाउस बाराबंकी में महिला जनसुनवाई दिवस के अवसर पर महिला उत्पीड़न, दहेज प्रथा, अपहरण, घरेलू हिंसा आदि से सम्बन्धित घटनाओं के प्रकरणों की जनसुनवाई की। उन्होंने महादेवा में दर्शन के उपरान्त कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रामनगर, आंगनबाड़ी बड़ागांव, प्राथमिक विद्यालय बड़ागांव, जनसुनवाई में 08 प्रकरणों की सुनवाई के पश्चात राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोरी में फल व मिष्ठान वितरण, जिला कारागार में महिला बन्दियों से वार्ता तथा जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं को देखा। महिला जनसुनवाई दिवस के दौरान आये हुए फरियादियों की समस्याओं की गम्भीरता पूर्वक सुनवाई करते हुए मौके पर ही समस्याओं की समय से निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि बालिका एवं महिला सुरक्षा तथा महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों का निराकरण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामले संज्ञान में आने पर उस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित को तत्काल न्याय दिलाया जाए तथा दोषी के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि घर तोड़ने से नहीं घर जोड़ने से काम चलता है, जीवनसाथी से सामंजस्य बनाकर चलना पड़ेगा। माता-पिता को चाहिए कि कम उम्र मंे अपने बच्चों की शादी न करें। 18 वर्ष की उम्र से पहले शादी न करें, आत्मनिर्भर बनने तक का मौका देना चाहिए।
महिला आयोग सदस्य ने निरीक्षण भवन में उपस्थित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। बैठक में प्राइवेट नर्सिंग होग, वृद्धाश्रम, आंगनबाड़ी केन्द्र, कस्तूरबा गांधी सहित अन्य की जानकारी ली। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि जनपद में अवैध चल रहे नर्सिंग होम को बन्द करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर समय से पुष्टाहार की एक्सपायरी डेट चेक करने के उपरान्त ही पुष्टाहार वितरण किया जाये। उन्होंने कहा कि बच्चों के पाठयक्रम में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये, पाठ्यक्रम में संस्कृत पर जोर दिया जाये, जिससे बच्चे अपनी संस्कृति व संस्कार के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो सके।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी, सीओ महिला थाना, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, 181 टीम सहित सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
राज्य महिला आयोग सदस्य ने की जन सुनवाई, बच्चों को संस्कृत भाषा पढ़ने की आदत डाले-कुमुद श्रीवास्तव