अगले पांच वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था 10 खरब (1 ट्रिलियन) डॉलर तक ले जाने के लिए उद्योग क्षेत्र ने अपने योगदान की कार्ययोजना तैयार कर ली है
इसके अंतर्गत प्रति वर्ष दो लाख करोड़ रुपये से अधिक निवेश और 5 लाख से अधिक नए रोजगार देने का लक्ष्य है। इसके साथ ही 15 प्रतिशत से अधिक औद्योगिक विकास दर हासिल करनी होगी। उच्च स्तर से सहमति मिलने पर इस पर समयसीमा तय कर अमल का काम होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को वर्ष 2024 तक 50 खरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस ओर पहल करते हुए यूपी की अर्थव्यवस्था इसी अवधि में 10 खरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय कर दिया है।
मुख्यमंत्री व उनके मंत्री और अफसर आईआईएम लखनऊ जाकर इस लक्ष्य को पाने की रणनीति पर लंबा मंथन कर चुके हैं। इस कवायद के बाद सरकार ने संबंधित विभागों को अपनी-अपनी कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया था। उद्योग क्षेत्र के लिए कार्ययोजना का मसौदा तैयार कर लिया गया है।
बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट व पीपीपी से जुड़ी परियोजनाओं पर तेजी से होगा काम
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने 'अमर उजाला' को बताया कि प्रदेश में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे व डिफेंस कॉरिडोर के विकास से जुड़े काम चल रहे हैं।
प्रस्तावित प्रोजेक्ट के टेंडर समय से हों और उनका क्रियान्वयन तय टाइमलाइन पर आगे बढ़े, इसका प्रयास होगा। इसी तरह परिवहन निगम पीपीपी मोड पर 23 बस टर्मिनल स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।