बाराबंकी। शैक्षिक अभिलेखों में हेराफेरी कर इमाम के बेटे ने एक मदरसे में नौकरी हासिल कर ली। मदरसा के सदस्यों की शिकायत पर एसपी ने जांच कराई। उसके बाद मदरसा के तत्कालीन प्रबंधक, शिक्षक समेत पांच के खिलाफ मसौली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
एसपी ने फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षक व प्रबंधक समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। मसौली थाने के प्रभारी राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि एसपी के आदेश पर शिक्षक, प्रबंधक समेत पांच के खिलाफ धोखाधड़ी व सरकारी धन अर्जित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सोन कुमार ने बताया कि मदरसे में शिक्षक की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला पुराना है। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
मसौली के त्रिलोकपुर स्थित मदरसा हाफिजूल उलूम में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की आधुनिकीकरण योजना के तहत आधुनिक तालीम देने के लिए शिक्षकों की तैनाती में खेल किया गया। वर्ष 2007 में कस्बे की एक मस्जिद के इमाम महबूब अली के बेटे मो. ताजिर उर्फ कबरिया ने मदरसे की प्रबंध कमेटी की मिलीभगत से 31 मार्च 2007 को नियुक्त हासिल कर ली। उस तिथि तक तक उसकी शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट भी नहीं थी। वर्ष 2017 में प्रबंध कमेटी में बदलाव के बाद मदरसे के अभिलेख कमेटी के नायब सदर अल्ताफ को सौंपे गए तो नौकरी में फर्जीवाड़े की पोल खुली। कमेटी के प्रबंधक व सदस्यों ने इसकी शिकायत की। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने मामले की जांच कराई तो शिकायत सही मिली।
एसपी ने फर्जी अभिलेखों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षक व प्रबंधक समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। मसौली थाने के प्रभारी राघवेंद्र प्रताप ने बताया कि एसपी के आदेश पर शिक्षक, प्रबंधक समेत पांच के खिलाफ धोखाधड़ी व सरकारी धन अर्जित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सोन कुमार ने बताया कि मदरसे में शिक्षक की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला पुराना है। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।