बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्घांजलि दी और कहा कि कांशीराम ने उपेक्षितों के हित में आवाज उठाई। इस मौके पर मायावती ने कांशीराम के सपनों को पूरा करने का संकल्प लिया।
मायावती ने कहा कि कांशीराम जानते थे कि जातिवादी व संकीर्ण ताकतें साम, दाम, दण्ड, भेद का प्रयोग कर बीएसपी मूवमेंट को चुनौती देते रहेंगे, जिसका मुकाबला सूझबूझ के साथ ही किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश इसका उदाहरण है।