गुजरात, महाराष्ट्र, दमन-दीव और दादर और नगर हवेली के कुछ स्थानों पर अत्यधिक भयंकर चक्रवाती तूफान 'महा' के कारण भारी बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने इस बात की जानकारी दी। साथ ही मछुआरों को छह नवंबर तक मछली पकड़ने के लिए हुए कुल निलंबन का निरीक्षण करने को कहा गया है।
वहीं राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को गुजरात, महाराष्ट्र, दमन और दीव में चक्रवात 'महा' से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली समिति ने बचाव और राहत कार्यों की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यकतानुसार अधिकारियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। आईएमडी ने समिति को बताया कि वर्तमान में पूर्व-मध्य अरब सागर पर मंडरा रहा यह चक्रवात उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और मंगलवार तक इसकी गति बढ़ने की संभावना है।
इसके बाद चक्रवात कमजोर होगा तथा छह नवंबर की रात और सात नवंबर की सुबह तक गुजरात और महाराष्ट्र तट को प्रभावित करेगा। कहा गया है कि 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं और 1.5 मीटर तक की ज्वारीय लहरों के साथ भारी वर्षा होने का अनुमान है।
गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों ने कहा कि बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीमों के साथ तटरक्षक बल और नौसेना के जहाजों को तैनात किया गया है।जिले के अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है और मछली पकड़ने जैसी समुद्र संबंधी सभी गतिविधियों को बंद कर दिया गया है। दमन और दीव प्रशासन ने अपनी तैयारियों और निकासी योजनाओं से समिति को अवगत कराया।
गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ आईएमडी, एनडीएमए और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। बैठक में दमन और दीव प्रशासन के अधिकारियों के साथ गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों ने भाग लिया।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली समिति ने बचाव और राहत कार्यों की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यकतानुसार अधिकारियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। आईएमडी ने समिति को बताया कि वर्तमान में पूर्व-मध्य अरब सागर पर मंडरा रहा यह चक्रवात उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और मंगलवार तक इसकी गति बढ़ने की संभावना है।
इसके बाद चक्रवात कमजोर होगा तथा छह नवंबर की रात और सात नवंबर की सुबह तक गुजरात और महाराष्ट्र तट को प्रभावित करेगा। कहा गया है कि 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं और 1.5 मीटर तक की ज्वारीय लहरों के साथ भारी वर्षा होने का अनुमान है।
गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों ने कहा कि बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीमों के साथ तटरक्षक बल और नौसेना के जहाजों को तैनात किया गया है।जिले के अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है और मछली पकड़ने जैसी समुद्र संबंधी सभी गतिविधियों को बंद कर दिया गया है। दमन और दीव प्रशासन ने अपनी तैयारियों और निकासी योजनाओं से समिति को अवगत कराया।
गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ आईएमडी, एनडीएमए और एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया। बैठक में दमन और दीव प्रशासन के अधिकारियों के साथ गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों ने भाग लिया।