औरैया जिले में स्थित गेल पाता प्लांट के कारण आसपास के लोग दूषित पानी एवं प्रदूषित हवा से जूझ रहे हैं। यह बात इटावा लोकसभा सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने लोकसभा में कहीं। गुरुवार की शाम सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने अपने फेसबुक पेज पर वीडियो पोस्ट किया।
इसमें लोकसभा हाउस में दिबियापुर के पाता गैस प्लांट के लिए अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन के एवज में किसान परिवारों के बच्चों को नौकरी एवं रोजगार दिए जाने की मांग की गई। साथ ही प्लांट में वाहनों के आवागमन के कारण खराब हो रहीं सड़कें एवं पर्यावरण को बचाने एवं क्षेत्र के विकास के मुद्दे को सांसद ने उठाया।
वीडियो में सांसद डा. रामशंकर ने कहा कि औरैया जनपद में गेल पाता में 20-25 वर्ष पहले 800-900 एकड़ जमीन किसानों से ली गई। किसानों से जमीन तो ले ली गई। लेकिन उनके बच्चों को नौकरी नहीं मिली। यहां प्लास्टिक का दाना लेने के लिए बड़े बड़े ट्रक आते हैं।
इनके आवागमन से सड़कें टूटीं रहतीं हैं। प्लांट की कमाई के सापेक्ष नैगम सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत रुपया क्षेत्र के विकास में खर्च नहीं हो रहा है। इंडस्ट्रीज होने के कारण कई प्रकार की बीमारियां हो रहीं हैं। क्षेत्र का पानी खराब हो रहा, हवा भी खराब हो रही है।
संबंधित मंत्रालय से आग्रह है कि संयंत्र की सीएसआर निधि से अंतर्गत क्षेत्र का विकास किया जाए। इधर, फेसबुक पर संबंधित वीडियो आते ही औरैया जिले के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वीडियो वायरल होने लगा। इसके साथ ही लोगों ने जमकर कमेंट भी किए।
इसमें लोकसभा हाउस में दिबियापुर के पाता गैस प्लांट के लिए अधिग्रहण की गई किसानों की जमीन के एवज में किसान परिवारों के बच्चों को नौकरी एवं रोजगार दिए जाने की मांग की गई। साथ ही प्लांट में वाहनों के आवागमन के कारण खराब हो रहीं सड़कें एवं पर्यावरण को बचाने एवं क्षेत्र के विकास के मुद्दे को सांसद ने उठाया।
वीडियो में सांसद डा. रामशंकर ने कहा कि औरैया जनपद में गेल पाता में 20-25 वर्ष पहले 800-900 एकड़ जमीन किसानों से ली गई। किसानों से जमीन तो ले ली गई। लेकिन उनके बच्चों को नौकरी नहीं मिली। यहां प्लास्टिक का दाना लेने के लिए बड़े बड़े ट्रक आते हैं।
इनके आवागमन से सड़कें टूटीं रहतीं हैं। प्लांट की कमाई के सापेक्ष नैगम सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत रुपया क्षेत्र के विकास में खर्च नहीं हो रहा है। इंडस्ट्रीज होने के कारण कई प्रकार की बीमारियां हो रहीं हैं। क्षेत्र का पानी खराब हो रहा, हवा भी खराब हो रही है।
संबंधित मंत्रालय से आग्रह है कि संयंत्र की सीएसआर निधि से अंतर्गत क्षेत्र का विकास किया जाए। इधर, फेसबुक पर संबंधित वीडियो आते ही औरैया जिले के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वीडियो वायरल होने लगा। इसके साथ ही लोगों ने जमकर कमेंट भी किए।