देवबंद के गांव बास्तम सुल्तानपुर में तड़के दर्दनाक हादसा हुआ। यहां एक झोपड़ी में लगी आग में एक छह वर्षीय मासूम की जिंदा जलकर मौत हो गई जबकि उसकी मां और दो भाई बुरी तरह से झुलस गए। जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद से गांव में शोक का माहौल है।
देवबंद थाना क्षेत्र अंतर्गत बास्तम सुल्तानपुर गांव में छूटमलपुर के गांव चांनचक निवासी कामिनी अपने बच्चों प्रीति उर्फ गुडिया (6 साल), हर्ष (8 साल) और मनीष (12 साल) के साथ अपने मायके आई हुई थी। सोमवार सुबह लगभग साढ़े पांच बजे जब सभी लोग सो रहे थे, उसी समय अचानक झोपड़ीनुमा घर में आग लग गई। आग से चारों ओर हाहाकार मच गया। चीख-पुकार सुनकर गांव वाले दौड़ पड़े और आग में फंसे परिवार वालों को बाहर निकाला लेकिन तब तक प्रीति उर्फ गुड़िया बुरी तरह से झुलस चुकी थी। चारों झुलसे हुए लोगों को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्रीति उर्फ गुडिया को मृत घोषित कर दिया जबकि मां और दोनों भाईयों की हालत गंभीर बनी हुई है।
देवबंद थाना क्षेत्र अंतर्गत बास्तम सुल्तानपुर गांव में छूटमलपुर के गांव चांनचक निवासी कामिनी अपने बच्चों प्रीति उर्फ गुडिया (6 साल), हर्ष (8 साल) और मनीष (12 साल) के साथ अपने मायके आई हुई थी। सोमवार सुबह लगभग साढ़े पांच बजे जब सभी लोग सो रहे थे, उसी समय अचानक झोपड़ीनुमा घर में आग लग गई। आग से चारों ओर हाहाकार मच गया। चीख-पुकार सुनकर गांव वाले दौड़ पड़े और आग में फंसे परिवार वालों को बाहर निकाला लेकिन तब तक प्रीति उर्फ गुड़िया बुरी तरह से झुलस चुकी थी। चारों झुलसे हुए लोगों को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने प्रीति उर्फ गुडिया को मृत घोषित कर दिया जबकि मां और दोनों भाईयों की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस मामले में देवबंद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यज्ञदत्त शर्मा ने बताया कि सुबह लगभग साढ़े पांच बजे कोई व्यक्ति मोमबत्ती जलाकर पशुओं को चारा डाल रहा था। उसी समय हादसा हो गया। जबकि गांव के लोगों का कहना है कि झोपड़ी के ऊपर से जा रही बिजली की लाइन से निकली चिंगारी से झोपड़ी में आग लगी। पुलिस पुलिस की जांच-पड़ताल में जुट गई है।