महाराष्ट्र में ‘ठाकरे’ सरकार, उद्धव ने कैबिनेट बैठक के बाद कहा- किसानों को जल्द मिलेगी खुशखबरी

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उद्धव राज्य के मुख्यमंत्री की शपथ लेने वाले ठाकरे परिवार से पहले और पार्टी की ओर से तीसरे व्यक्ति हैं। उनसे पहले शिवसेना से मनोहर जोशी और नारायण राणे सीएम रह चुके हैं। 59 वर्षीय उद्धव के साथ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो नेताओं ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की।



राज्य विधानसभा चुनाव नतीजों के एक माह चार दिन बाद मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में उद्धव ने गुरुवार शाम 6.43 बजे महाविकास आघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। भगवा रंग का कुर्ता पहने और माथे पर तिलक लगाए उद्धव जब मंच पर शपथ ग्रहण करने पहुंचे तो उन्होंने पहले जनता का अभिवादन किया और फिर मंच पर माथा टेका।
इसके बाद उन्होंने आसमान की तरफ देखकर भगवान और पिता बाला साहेब को याद किया। इसके बाद उन्होंने मराठी भाषा में शपथ ली। उन्होंने जैसे ही कहा, मी उद्धव बाला साहेब ठाकरे...वैसे ही करीब 70 हजार लोगों से भरा शिवाजी पार्क शिवाजी और बाला साहेब ठाकरे के उद्घोष से गूंज उठा। उनके साथ शिवसेना से एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, एनसीपी से जयंत पाटिल, छगन भुजबल और कांग्रेस से बाला साहेब थोराट, नितिन राउत ने मंत्री पद की शपथ ली।  

छह दिन में दूसरे सीएम ने ली शपथ


राज्य में छह दिन के अंदर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले उद्धव दूसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले एक नाटकीय घटनाक्रम में शनिवार सुबह भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के सीएम के तौर पर शपथ ली थी। उनके साथ एनसीपी नेता अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, मंगलवार को अजित के निजी कारणों से इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 



ये दिग्गज हुए शामिल 


शपथ ग्रहण समारोह में एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अजित पवार, सुप्रिया सुले, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे, अहमद पटेल, सुशील कुमार शिंदे, अशोक चव्हाण, आरपीआई के नेता रामदास आठवले और पूर्व मुख्यमंत्री मुरली मनोहर जोशी, प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश और नीता अंबानी पहुंचे। 

हजारों किसान भी आए


समारोह में राज्य के विभिन्न इलाकों से हजारों किसान आए थे, जिनमें वे 400 किसान परिवार शामिल हैं, जिन्हें खुद उद्धव ने आमंत्रित किया था।

ठाकरे परिवार के लिए बहुत खास है शिवाजी पार्क


ठाकरे परिवार के लिए मुंबई का शिवाजी पार्क बहुत मायने रखता है। यही वह मैदान है, जहां से हाल में शिवसेना की दशहरा रैली में पार्टी नेता संजय राउत ने एलान किया था कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से होगा। यहीं बाला साहेब का अंतिम संस्कार हुआ था। शपथ ग्रहण समारोह के लिए जहां मंच बनाया गया था, उसके पीछे छत्रपति शिवाजी महाराज की बड़ी प्रतिमा है। साथ ही बाल ठाकरे का स्मारक बना हुआ है।

न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी, शिवसेना हिंदुत्व से धर्मनिरपेक्ष पर पहुंची


राज्य में नई सरकार के शपथ लेने से पहले शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने अपना न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी किया। साथ ही तीनों दलों ने अपने गठबंधन को महा विकास आघाड़ी नाम दिया। न्यूनतम साझा कार्यक्रम की सबसे अहम बात यह है कि बरसों से हिंदुत्व के एजेंडे को प्राथमिकता देने वाली शिवसेना ने अब 'धर्मनिरपेक्ष' को अपना लिया है। कार्यक्रम की शुरुआत में ही कहा गया है कि यह गठबंधन संविधान में वर्णित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को लेकर प्रतिबद्ध है। महा विकास आघाड़ी के फैसले समाज के सभी वर्गों के लिए होंगे। धर्म, जाति या भाषा के आधार पर भेदभाव नहीं होगा। कार्यक्रम पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्ताक्षर हैं। 

पीएम मोदी ने दी बधाई


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि वह महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए कर्मठतापूर्वक काम करेंगे।

सोनिया, राहुल नहीं पहुंचे शपथ ग्रहण में, दी बधाई


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। हालांकि दोनों नेताओं ने उद्धव को खत लिखकर समारोह में आने पर असमर्थता जताई। उन्होंने शिवसेना प्रमुख को नई पारी की बधाई देते हुए कहा कि नई सरकार महाराष्ट्र के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करेगी।