नाली में दूषित पानी बहाने के साथ धुआं उड़ाकर घनी आबादी में प्रदूषण फैला रही नमकीन फैक्ट्री को नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने बंद करा दिया।

बरेली। नाली में दूषित पानी बहाने के साथ धुआं उड़ाकर घनी आबादी में प्रदूषण फैला रही नमकीन फैक्ट्री को नगर निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने बंद करा दिया। बीडीए की अनुमति बगैर खोली गई इस फैक्ट्री को नगर निगम ने एक बार नोटिस भी दिया था लेकिन इसके बावजूद उसने प्रदूषण पर ध्यान नहीं दिया।
ब्रह्मपुरा में हर्षित अग्रवाल की नमकीन फैक्ट्री के खिलाफ लोगों ने नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. से केमिकल वाला दूषित पानी नाली में बहाने और दिन भर भट्ठी से धुआं निकलने की शिकायत की थी। नगर निगम ने फैक्ट्री मालिक को 18 अक्तूबर को नोटिस दिया था मगर नोटिस का जवाब तक नहीं दिया गया। लोगों ने नगर आयुक्त से दोबारा शिकायत की तो बुधवार को नगर निगम से मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक एमपीएस राठौर, इंस्पेक्टर जगदीश, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक सुनील चौहान और सहायक लक्ष्मी नारायण की टीम ने छापा मारकर फैक्ट्री बंद करा दी। फैक्ट्री मालिक ने दोबारा फैक्ट्री न चलाने का लिखित आश्वासन दिया तो उसके भवन को सील किए बगैर छोड़ दिया गया।
वर्जन
नोटिस के बावजूद फैक्ट्री से नाली में दूषित पानी बहाया जा रहा था और धुआं भी निकल रहा था। आबादी में फैक्ट्री चलाने की अनुमति भी नहीं ली गई थी इसलिए फैक्ट्री को बंद करा दिया गया है।
- एमपीएस राठौर, सीएचआई, नगर निगम