फर्जी बोर्ड, प्रमाण पत्र से प्रवेश पर लगेगा 10 लाख तक जुर्माना

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) प्रशासन ने संबद्ध कॉलेजों में फर्जी बोर्ड या प्रमाण पत्र से प्रवेश मिलने पर 1 से 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने के साथ ही कानूनी कार्रवाई की बात कही है। साथ ही नामांकन वेरिफिकेशन के लिए अंतिम तिथि भी निर्धारित कर दी है। 



अगस्त में प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद कॉलेजों द्वारा लिए गए सीधे प्रवेश के विद्यार्थियों के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन एकेटीयू की ओर से किया जा रहा है। अब तक इसके लिए कॉलेजों को तीन बार अवसर दिया जा चुका है।
इसके बावजूद काफी संख्या में प्रवेशित विद्यार्थियों के ओरिजनल डॉक्यूमेंट का कॉलेजों द्वारा वेरिफिकेशन नहीं कराया गया है। डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. डीपी सिंह ने सभी कॉलेजों को पत्र भेजकर इसके लिए अंतिम तिथि निर्धारित की है।



साथ ही गलत प्रवेश मिलने पर जुर्माना व कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि नामांकन जांच में किसी संस्थान में फर्जी प्रमाण पत्र, फर्जी विश्वविद्यालय या बोर्ड के आधार पर प्रवेश मिलने पर प्रति छात्र 1 लाख रुपये व 10 से अधिक छात्र मिलने पर 10 लाख रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
यूजी में प्रवेशित विद्यार्थियों से संबंधित डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 30 नवंबर तक सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में किया जाएगा। पीजी के विद्यार्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन 28 नवंबर को सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में होगा। कॉलेज प्रतिनिधि सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट के साथ इस आशय का शपथ पत्र भी देंगे कि अंकतालिका व प्रमाण पत्र सही हैं।