सरकार के महत्वाकांक्षी मानव संपदा पोर्टल की मदद से बेसिक शिक्षा विभाग ने परिषदीय विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षक को दूसरे के प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी करते हुए पकड़ा है। आरोपी शिक्षक के नाम से काम करने वाला दूसरा शिक्षक मुजफ्फरनगर में मिला है। विभाग ने आरोपी शिक्षक को सोमवार को बर्खास्त कर दिया।
वर्तमान में बांसगांव ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बैदौली बाबू में तैनात मनोज कुमार की तैनाती 1998 में गोंडा जनपद में हुई थी। बाद में अंतर जनपदीय स्थानांतरण के अंतर्गत गोरखपुर जिले में तैनाती मिली। नियुक्ति के समय इन्होंने अपना पता मोहद्दीपुर दर्शाया था। विभाग को इनके खिलाफ दूसरे के प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी करने की शिकायत मिली। जांच के दौरान आरोपी शिक्षक मनोज को जब सत्यापन के लिए विभाग में तलब किया गया तो वो इससे बचते रहे। बाद में सत्यापन से पीछा छुड़ाने के लिए रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से त्यागपत्र भेज दिया। जांच के दौरान उनके द्वारा दी गई जानकारी को जब मानव संपदा पोर्टल से मिलाया गया, तो इसी नाम से कार्यरत दूसरे शिक्षक मुजरफ्फरनगर में कार्यरत मिले। बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। मानव संपदा पोर्टल पर जानकारी अपलोड होने से रिकार्ड के लिए विभाग को भटकना नहीं पड़ेगा।
चार और शिक्षक पोर्टल से रडार पर आए
मानव संपदा पोर्टल की मदद से ही जब चार और शिक्षकों के रिकार्ड का मिलान किया गया तो उनके रिकार्ड में गड़बड़ी मिली। बेसिक शिक्षा विभाग का मानना है कि मानव संपदा पोर्टल पर जब सभी शिक्षकों के रिकार्ड अपलोड हो जाएंगे तो फर्जी शिक्षकों को पकड़ना बेहद आसान हो जाएगा।
चार और शिक्षक पोर्टल से रडार पर आए
मानव संपदा पोर्टल की मदद से ही जब चार और शिक्षकों के रिकार्ड का मिलान किया गया तो उनके रिकार्ड में गड़बड़ी मिली। बेसिक शिक्षा विभाग का मानना है कि मानव संपदा पोर्टल पर जब सभी शिक्षकों के रिकार्ड अपलोड हो जाएंगे तो फर्जी शिक्षकों को पकड़ना बेहद आसान हो जाएगा।