सपा में जाने का अब सवाल ही नहीं, बोले शिवपाल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को बढ़ते अपराधों के लिए मंत्रियों-अफसरों को कोसा लेकिन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं और वह काम करना चाहते है लेकिन, अफसर उनके नियंत्रण में नहीं हैं। यही वजह है कि हत्या, लूट, डकैती जैसे अपराध तेजी से बढ़े हैं
दुष्कर्म के मामलों में यूपी और भी आगे बढ़ता जा रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय है। सपा में विलय करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ चापलूसी करने वाले चुगलखोरों की वजह से हम एक नहीं हो सके। अब तो सपा में जाने का सवाल ही नहीं उठता।
सर्किट हाउस में देर शाम शिवपाल के पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया। पार्टी पदाधिकारियों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। ऐसा कोई शहर नहीं है, जहां दुष्कर्म की घटनाएं नहीं हो रही हैं। पीड़ित अगर थाने पर शिकायत लेकर जाता है तो एफआईआर लिखने के लिए उससे रिश्वत ली जाती है।
सीएम योगी ईमानदार हैं, लेकिन मंत्री -अफसरों के चलते जिलों और तहसीलों में भ्रष्टाचार पसरा हुआ है। अधिकारी इस सरकार के नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद बेरोजगारी बढ़ी है और उद्योग धंधे तेजी से बंद हुए हैं।
सपा में वापसी के सवाल पर वह भावुक नजर आए। बोले, कि सपा में 40 साल तक काम किया। नेताजी के साथ शुरू से ही रहा। हमने प्रयास किया था कि सपा से अलग न होना पड़े लेकिन, नहीं हो सका। सब लोग समझ रहे हैं कि वजह क्या है। हमारी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी आने वाले 2022 के विस चुनाव में सपा समेत किसी भी दल के साथ गठबंधन कर सकती है।
इस मौके पर ज्ञानपुर के विधायक विजय मिश्र ने भी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर विकास के लिए गठबंधन की तरफ इशारा किया। इस मौके पर प्रदेश सचिव शमशाद अहमद, शिव बरन यादव, डॉ नूर आलम, अभिमन्यु पटेल, गुलाम रसूल, वेद प्रकाश, नौशाद अहमद, विधि भूषण, कपिल देव समेत तमाम लोग उपस्थित थे।
शिवपाल के लिए न पोर्टिको खाली हुआ न सर्किट हाउस का हॉल
सर्किट हाउस में शिवपाल का काफिला जब पहुंचा तब प्रमुख सचिव डॉ रजनीश दुबे जिले के आला अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उस वक्त सर्किट हाउस के पोर्टिको में प्रमुख सचिव की कार लगी थी। ऐसे में शिवपाल की फ्लीट को पोर्टिको के पहले ही रोकना पड़ा। सर्किट हाउस के हॉल में भी नारेबाजी करने वाले समर्थकों को प्रवेश नहीं करने दिया गया। अफसरों ने शिवपाल को बताया कि हाूल खाली नहीं है। ऐसे में उनको सर्किट हाउस के पीछे वाले अतिथि कक्ष नं-5 में ले जाया गया, जहां वह अपनों से मिल सके।