बाल्टीमोर में आयोजित यूथ समिट में भाषण देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप यहां पहुंची, लेकिन उनके भाषण के दौरान ही छात्रों ने खूब शोर मचाया। मेलानिया यहां नशे (ड्रग्स) की लत से जुड़े खतरों पर बोल रही थीं। भाषण के लिए जैसी ही मेलानिया मंच पर पहुंचीं। दर्शक दीर्घा में बैठे छात्र चिल्लाने लगे। इसके चलते वे महज पांच मिनट ही बोल पाईं।
मेलानिया ने अपने पांच मिनट के भाषण में कहा कि मैं इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना चाहती हूं, ताकि युवा नशे की लत से दूर रहें और एक बेहतर जिंदगी जी सकें। उन्होंने कहा कि मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं। मैं जानती हूं कि आप सब भविष्य के लिए अपने सपनों को देख रहे हैं। फिर चाहें कॉलेज जाना हो या फिर खेल मैदान में।
मेलानिया ने कहा कि आपको क्या पसंद है, इससे आपका भविष्य तय होगा। ड्रग्स के प्रयोग से आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बोस्टन मेडिकल सेंटर में भी उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ये प्रदर्शनकारी ट्रंप की आव्रजन नीति का विरोध कर रहे थे। खुद उन्होंने ने भी इसी साल जुलाई में बाल्टीमोर शहर को लेकर एक विवादास्पद ट्वीट किया था, जिसके बाद ट्रंप की जमकर निंदा की गई थी।
ट्रंप ने शहर की तुलना गंदगी फैलाने वाले चूहे से की थी और कहा था कि यहां की स्थिति ऐसी है कि यहां को व्यक्ति नहीं रहेगा। डेमोक्रेट नेताओं ने भी ट्रंप के इस बयान की निंदा की थी और इसे रंगभेदी बताया था।
मेलानिया ने कहा कि आपको क्या पसंद है, इससे आपका भविष्य तय होगा। ड्रग्स के प्रयोग से आप अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले बोस्टन मेडिकल सेंटर में भी उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था। ये प्रदर्शनकारी ट्रंप की आव्रजन नीति का विरोध कर रहे थे। खुद उन्होंने ने भी इसी साल जुलाई में बाल्टीमोर शहर को लेकर एक विवादास्पद ट्वीट किया था, जिसके बाद ट्रंप की जमकर निंदा की गई थी।
ट्रंप ने शहर की तुलना गंदगी फैलाने वाले चूहे से की थी और कहा था कि यहां की स्थिति ऐसी है कि यहां को व्यक्ति नहीं रहेगा। डेमोक्रेट नेताओं ने भी ट्रंप के इस बयान की निंदा की थी और इसे रंगभेदी बताया था।