हरियाणा के 11 शहरों की हवा सोमवार को फिर खराब हो गई। बारिश के बाद के शुष्क मौसम में हवा में प्रदूषक बढ़ने से यह नौबत आई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्वानुमान के मुताबिक आने वाले तीन दिन में हवा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद नहीं है। सीपीसीबी की तरफ से सोमवार को जारी औसत आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा के 19 शहरों में हिसार सबसे अधिक प्रदूषित रहा, जहां एक्यूआई 260 दर्ज किया गया
हिसार की तरह जींद समेत 10 अन्य शहरों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार पहुंच गया। हालांकि सोनीपत और पंचकूला की हवा की गुणवत्ता संतोषजनक रही। बताया जा रहा है कि पराली जलाने, निर्माण कार्यों, फैक्टरियों और वाहनों के धुएं और धुंध समेत अन्य स्थानीय कारणों से हवा में प्रदूषण स्तर बढ़ा है। सीपीसीबी ने शुष्क मौसम की वजह से अगले दो-तीन दिन हवा में प्रदूषण स्तर और बढ़ने की आशंका जताई है।
24 घंटे में पराली जलाने के 300 मामले आए सामने
सफर का कहना है कि बीते 24 घंटे में पराली जलाने के महज 300 मामले दर्ज हुए हैं। इससे पंजाब व हरियाणा से दिल्ली पहुंच रही हवाओं में पराली का धुआं नहीं है। सोमवार को पराली के धुएं का दिल्ली के प्रदूषण में हिस्सा महज चार फीसदी रहा। सफर के मुताबिक, दिल्ली में इस वक्त स्थानीय प्रदूषण प्रभावी है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 279 रिकॉर्ड किया गया, जबकि रविवार को यह आंकड़ा 250 पर था।
24 घंटे में पराली जलाने के 300 मामले आए सामने
सफर का कहना है कि बीते 24 घंटे में पराली जलाने के महज 300 मामले दर्ज हुए हैं। इससे पंजाब व हरियाणा से दिल्ली पहुंच रही हवाओं में पराली का धुआं नहीं है। सोमवार को पराली के धुएं का दिल्ली के प्रदूषण में हिस्सा महज चार फीसदी रहा। सफर के मुताबिक, दिल्ली में इस वक्त स्थानीय प्रदूषण प्रभावी है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 279 रिकॉर्ड किया गया, जबकि रविवार को यह आंकड़ा 250 पर था।