उत्तर प्रदेश के शहरों में लोगों को सुगम यातायात की सुविधा मुहैया कराने की कड़ी में सरकार ने अब नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो विस्तार के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना पर करीब 3800 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
नोएडा मेट्रो ने इस संबंध में औद्योगिक विकास विभाग को प्रस्ताव उपलब्ध करा दिया था, जिसे मंगलवार को हुई उत्तर प्रदेश कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई है।
प्रस्ताव के मुताबिक दोनों शहरों के बीच करीब 15 किमी की दूरी में मेट्रो विस्तार किया जाना है। इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2022 तक पूरा करने की योजना है। प्रदेश कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब डीपीआर तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा।
नोएडा में संचालित हो रही मेट्रो रेल सेवा के विस्तारीकरण और संचालन का काम नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ही करेगा। औद्योगिक विकास विभाग के उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि इस मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में दोनों शहरों के बीच 15 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे। पहले चरण में करीब 9 किमी. तथा दूसरे चरण में 6 किमी. में ट्रैक बिछेगा।
प्रस्ताव के मुताबिक दोनों शहरों के बीच करीब 15 किमी की दूरी में मेट्रो विस्तार किया जाना है। इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2022 तक पूरा करने की योजना है। प्रदेश कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अब डीपीआर तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा।
नोएडा में संचालित हो रही मेट्रो रेल सेवा के विस्तारीकरण और संचालन का काम नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ही करेगा। औद्योगिक विकास विभाग के उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि इस मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में दोनों शहरों के बीच 15 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे। पहले चरण में करीब 9 किमी. तथा दूसरे चरण में 6 किमी. में ट्रैक बिछेगा।