सपा की सरकार बनने पर 2007 के गोरखपुर दंगे के नुकसान की भी भरपाई करेंगे: अखिलेश यादव

 



सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार हिंदू-मुस्लिम एकता से डरी हुई है। जनता पर अपराधी होने का आरोप लगा रही है। सरकार की बदला लो और ठोको नीति के चलते ही प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट है। सत्ता में बैठे लोगों की भाषा के कारण नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लोगों की जानें गई हैं।
अखिलेश बृहस्पतिवार को पार्टी मुख्यालय में सपा तथा निषाद संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीएएए, एनपीआर और एनआरसी संविधान के विरुद्ध हैं। इनके खिलाफ प्रदर्शन में जिनकी मौत हुई हैं, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी जा रही हैं। मृतकों के परिवारीजनों से विपक्षी नेताओं को मिलने नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने मांग की कि पुलिस की गोली से मारे गए लोगों के आश्रितों को भाजपा सरकार मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि 2022 में सपा की सरकार बनने पर 2007 में गोरखपुर के दंगे के नुकसान की भी भरपाई कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में असहमति का अधिकार है। जिसके साथ अन्याय होगा, सपा उसके साथ खड़ी होगी। सपा अध्यक्ष ने कहा सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर रोक कैसे लगा सकती है। भाजपा सरकार लोगों को डरा रही है, धमकियां दे रही है।
उन्होंने दोहराया कि 2022 में सपा गठबंधन नहीं करेगी। भविष्य में जनता से गठबंधन रहेगा। इस अवसर पर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, इन्द्रजीत सरोज, राजेंद्र चौधरी, नरेश उत्तम पटेल और एसआरएस यादव खासतौर पर मौजूद थे।


कई कांग्रेस नेता सपा में शामिल



अखिलेश यादव के समक्ष प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव रमेश चंद्र निषाद, उत्तर प्रदेश तैलिक महासंघ के विनोद कुमार राठौर, मनोज कुमार राठौर, राजेन्द्र राठौर, श्रवण राठौर, श्रीपाल वर्मा, विश्वनाथ पाल, मनीष शर्मा, अकबर अली, अमित राठौर और विशाल निषाद के अलावा निषाद पार्टी बलिया के ज्ञानेश्वर कश्यप ने सपा की सदस्यता ग्रहण की।
सामाजिक न्याय की राजनीति के विकल्प: लौटन
निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव लौटन राम निषाद ने कहा कि अखिलेश यादव में समाज को आगे लाने की सोच है। वह सबको भागीदारी देना चाहते हैं। उनका नेतृत्व बेदाग व ईमानदार है। वे सामाजिक न्याय और विचारधारा की राजनीति के विकल्प के नेता हैं।




मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य ने पूर्व सीएम अखिलेश से की मुलाकात



ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य यासीन अली उस्मानी ने गुरुवार को अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश के मौजूदा हालात और नागरिकता संशोधन कानून के विरोध करने वालों पर पुलिस की उत्पीड़नात्मक कार्यवाही पर चिंता जताई गई। उस्मानी ने अखिलेश को बताया कि सीएए का विरोध करने वालों के खिलाफ पुलिस बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। उस्मानी ने बताया कि अखिलेश ने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।