71 वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर शेखुल हिन्द एवार्ड से नवाजा गया सरदार महेंद्र को।

जिला जज को प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया गया अभिनन्दन।।


सुल्तानपुर 26 जनवरी ।नगर के शाहगंज स्थित मदरसा ऐनुलउलूम में राष्ट्रीय महापर्व गणतंत्र दिवस का बड़े- बड़े हर्षोल्लास से आयोजित किया गया।मदरसे के सरपरस्त मौलाना उस्मान कासमी ने ध्वजारोहण किया। मौलाना उस्मान कासमी ने बताया बच्चो द्वारा देशभक्त गीत तराना,व अन्य कार्यक्रम पेश किए गए।बच्चो को पुरस्कृत किया गया।गणतंत्र दिवस समारोह ऐतिहासिक बनाया जाय इसके लिए भव्य आयोजन करने की तैयारी थी देशभक्ति की रँग में सराबोर हुआ मदरसा । देश की एकता और अखंडता और संविधान पर व्याख्यान प्रस्तुत किया बुद्धजीवियों ने।जिसमे नगर के प्रख्यात लोगो को चिकित्सा शिक्षाविद,कानूनविद,साहित्य,समाजसेवा के क्षेत्र के तमाम बुद्धिजीवी वर्ग को आमन्त्रित किया गया। *जिला जज तनवीर अहमद को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत अभिनन्दन किया गया*समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सरदार महेंद्र पाल सिंह को शेखुल हिन्द एवार्ड से नवाजा गया प्रबंधक  श्री गुरुसिंह सभा* यूनिटी फाउंडेशन के अफसर मिर्जा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिला न्यायाधीश तनवीर अहमद रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में लखनऊ से मौलाना कौशर नदवी थे उन्होंने कहा कि इस मुल्क की मिट्टी में मोहब्बत पोशीदा यहाँ नफरत करने वाली ताकते कभी कामयाब नही हो सकती।इतिहास उठा कर देख लो जब जुल्म,बर्बरियत, नाइंसाफी दुनिया मे किसी भी मुल्क में हुई है  अल्लाह का चक्र चलता है जुल्म करने वाला बरबाद होता है।जुल्म,ज्यादती करके बनाये गए महल आज की तारीख में वीरान है।जिन्होंने मोहब्बत स्नेह और ईमानदारी से काम किया आज भी आबाद है। फ्रांस,रूस,बरतानिया, जर्मनी भी के पास जब ताकत थी । जुल्म कर लीजिये ताकत में है।ताकत के  नशे और अहंकार में जुल्म अत्याचार चरम  पर थी बर्बाद होने की दंश भी झेले ठीक वर्तमान में अमेरिका भी उसी दिशा में जा रहा  है।अल्लाह जब चक्र चलाएगा तब गुरूर तकब्बुर सब धरे के धरे रह जाएंगे।जब तक कानून बाकी रहेगा मुल्क बाकी रहेगा। 


वरिष्ठ साहित्यकार कमल नयन पाण्डेय ने सविधान के अधिकारों पर विस्तार से उल्लेख किया लोकतांत्रिक प्रणाली राष्ट्र है यदि राजतंत्र जैसे रवैया अपनाया जाएगा तब जनता के एक समूह असन्तुष्ट होना स्वाभाविक है।  हिंदुस्तान में पहली बार मुस्लिम महिलाओं ने आंदोलन बड़ी संख्या में भाग ले रही है।जिससे प्रतीत होता देश जाग रहा है।मुस्लिमो की राष्ट्रभक्ति पर प्रश्न करने वाले जान ले मुसलमानों के राष्ट्रप्रेम  का इसी से अंदाज लगाया जा सकता है उनके दिलों में मोहब्बत है मुसलमान पांच वक्त की नमाज पढ़ता है तो हिंदुस्तान की धरती को चूमता है।एक तरफ भारत की धुर्वीकरण की राजनीति है दूसरे ओर सांझा  लोग की राजनीति है ।


 मशहूर सर्जन डॉ ए के सिंह गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए हिंदुस्तान का जो ताना- बाना मानवधर्म पर आधारित है।मानवता सदियों से चला आया है और सदैव रहेगा।स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था मैं ऐसे ईश्वर की पूजा करता हूँ उसे मूर्ख लोग  मनुष्य कहते है।सबसे बड़ा धर्म सेवा है।


मौलाना कासीम कासमी ने भारत मे  1601में  अंग्रेजो का आगमन हुआ तब से 1947 तक जंगे आज़ादी की लड़ाई में शहीद हुए मुसलमानों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।  समाज सेवी सुंदर लाल टण्डन,पूर्व प्राचार्य के एन आई जफर  अली हतमी खान,अब्दुल करीम एडवोकेट, श्यामलाल निषाद,अमर बहादुर सिंह,डॉ सुधाकर सिंह,डॉ नैयर रजा जैदी,आदि लोगो ने भी सम्बोधित किया।इस मौके पर मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट(सी जी एम) हरीश कुमार सिंह, मौलाना मकबूल कासमी,हाफिज लुकमान ,अलीमुद्दीन बचनू, रिजवान पप्पू,जमा खान,नोमान खान,हाफिज इरफान ,मुफ़्ती तौफ़ीक़,शिक्षक नेता निजाम खान,एडवोकेट अब्बास,जीशान अहमद,अब्दुल रहमान खान,बब्बू प्रधान, समेत हजारो लोग मौजूद रहे।भव्य आयोजन का संचालन शायर सिराज अहमद खान ने किया।